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  • March 31, 2018
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National Seminar held at JCDM Pharmacy College

जेसीडी फार्मेसी कॉलेज द्वारा एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन
शोधार्थी समझें अपनी जिम्मेवारियों को तथा करें बेहतर शोधकार्य – प्रो.एम.पी.ईशर

जेसीडी विद्यापीठ में स्थापित फार्मेसी कॉलेज एवं हरियाणा राज्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद पंचकूला के संयुक्त तत्वावधान में ‘विज्ञान और प्रौद्योगिकी में बौद्धिक संपदा अधिकारों का महत्व’ विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया, जिसमें महाराजा रणजीत सिंह राज्य तकनीकी विश्वविद्यालय भटिंडा के वाईस चांसलर प्रो.मोहन पाल सिंह ईशर ने बतौर मुख्यातिथि के तौर पर शिरकत की। वहीं इस मौके पर हरियाणा राज्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद पंचकूला से डॉ.राहुल तनेजा ने बतौर विशिष्ट अतिथि एवं मुख्य वक्ता उपस्थित हुए। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता जेसीडी विद्यापीठ के प्रबंधन समन्वयक इंजी.आकाश चावला एवं शैक्षणिक निदेशक डॉ.आर.आर.मलिक द्वारा की गई। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्यातिथि, विशिष्ट अतिथि, शैक्षणिक निदेशक एवं प्राचार्य डॉ.विनय लाठर द्वारा मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलित करके किया गया।

इस अवसर पर सर्वप्रथम मुख्यातिथि एवं अन्य का स्वागत करते हुए डॉ. आर.आर. मलिक ने मुख्यातिथि महोदय से सभी को परिचित करवाते हुए बताया कि प्रो. ईशर एक प्रसिद्ध अकादमिक एवं शोधकर्ता के रूप में विख्यात है तथा फार्मेसी के सभी विद्यार्थियों के लिए यह सौभाग्य की बात है कि उनके विचारों से परिचित होने का उन्हें सुअवसर प्राप्त हुआ है। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन करवाने से हमारा उद्देश्य हमारे विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को बेहतर ज्ञान प्रदान करवाकर उन्हें विशेषज्ञों के अनुभव को सांझा करवाना है। डॉ. मलिक ने कहा कि इस प्रकार के सेमिनार के माध्यम से ही आपको अपडेट रहने का अवसर भी प्राप्त होता है तथा नवीनतम जानकारियां भी उपलब्ध हो सकती है, इसलिए प्रत्येक विद्यार्थी को ऐसे सेमिनार इत्यादि में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए।

बतौर मुख्यातिथि अपने संबोधन में सर्वप्रथम प्रो.एम.पी.एस.ईशर ने कहा कि जेसीडी विद्यापीठ में व्याप्त अनुशासनात्मक एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण को देखकर वे गदगद हो गए हैं। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के सेमिनार तथा संगोष्ठी इत्यादि में विद्यार्थियों को बेहतर सीखने को मिलता है तथा एक शोधार्थी को सदैव अपनी जिम्मेवारियों को स्मरण रखते हुए शोधकार्य को करना चाहिए ताकि बेहतर परिणाम सामने आ सकें। उन्होंने कहा कि आज का युग विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी का है इसलिए ऐसे विषयों पर इन आयोजनों का महत्व ओर अधिक बढ़ जाता है तथा जेसीडी फार्मेसी कॉलेज द्वारा इस कार्यक्रम के आयोजन से बहुत ही बेहतर कार्य किया गया है। वहीं उन्होंने इस मौके पर अपने संबोधन में विद्यार्थियों एवं स्टाफ सदस्यों को पेटेंट, कॉपीराईट, ट्रेडमॉर्क तथा भौगोलिक संकेत इत्यादि विषयों पर विद्यार्थियों को नवीनतम जानकारियां उपलब्ध करवाकर उन्हें अपडेट करने का काम किया।

इस मौके पर विशिष्ट अतिथि के तौर पर अपने वक्तव्य में डॉ.राहुल तनेजा ने सर्वप्रथम संस्थान की प्रबंधक समिति एवं कॉलेज प्रशासन द्वारा इस आयोजन के लिए आभार प्रकट करते हुए कहा कि वर्तमान युग में प्रत्येक विद्यार्थी को स्वयं को अपडेट रखते हुए बेहतर ज्ञान अर्जित करना चाहिए ताकि वे किसी भी क्षेत्र में पिछड़ न सकें। उन्होंने कहा कि सरकार समय-समय पर अनेक ऐसे आयोजनों के माध्यम से विद्यार्थियों को अपनी प्रतिभा को उभारने तथा नवीनतम ज्ञान को अर्जित करने का अवसर प्रदान करती है ताकि वे अपनी पढ़ाई पूर्ण करने के उपरांत सफलता हासिल करने में किसी कठिनाई का सामना न कर पाएं।

कार्यक्रम के अंत में कॉलेज के प्राचार्य डॉ.विनय लाठर ने सभी अतिथियों एवं अन्य का धन्यवाद करते हुए कहा कि जेसीडी विद्यापीठ की प्रबंधन समिति समय-समय पर ऐसे आयोजनों के माध्यम से विद्यार्थियों को ज्ञान प्रदान करने का प्रयास करती रहती हैं क्योंकि हमारा उद्देश्य हमारे विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को हर क्षेत्र में समक्ष बनाना है। उन्होंने कहा कि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी पर आधारित इस सेमिनार में प्राप्त का ज्ञान विद्यार्थी आगे चलकर अपने क्षेत्र में प्रयोग करके इसका बेहतर लाभ प्राप्त कर पाएंगे। उन्होंने इस मौके पर पधारे समस्त शोधार्थियों एवं अन्य का आभार प्रकट किया।

इस अवसर पर जेसीडी फार्मेसी कॉलेज के स्टाफ सदस्यों के अलावा सिरसा एवं आसपास के क्षेत्रों के अनेक शोधार्थी एवं गणमान्य लोग सहित अनेक प्रतिभागी भी उपस्थित रहे। इस मौके पर मुख्यातिथि एवं अन्य अतिथियों को संस्थान की ओर से स्मृति चिह्न प्रदान करके सम्मानित किया गया।