Contact us - [email protected]
  • https://jcdpharmacy.edu.in/wp-content/themes/qeducato/inc/assets/images/phone-call.png
    Helpline: +91 98178-10105
Patent added to the research chapter
  • By Davinder Sidhu
  • May 28, 2024
  • No Comments

Patent added to the research chapter

जेसीडी फार्मेसी कॉलेज के रिसर्च अध्याय में जुड़ा एक और पेटेंट
प्राचार्या डॉ.अनुपमा सेतिया एवं एसोसिएट प्रोफेसर गौरव ने संयुक्त प्रकाशित किया पेटेंट।

सिरसा मई 2024: जेसीडी विद्यापीठ में स्थापित जेसीडी मैमोरियल कॉलेज ऑफ़ फार्मेसी की प्राचार्या डॉ.अनुपमा सेतिया एवं एसोसिएट प्रोफेसर गौरव खुराना ने संयुक्त रूप से एंटीफंगल ड्रग लुलिकॉनाजोल के नैनोकैरियर सिस्टम पर रिसर्च कर एक महत्वपूर्ण पेटेंट प्रकाशित किया है। इस मौके पर जेसीडी विद्यापीठ के महानिदेशक एवं अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक प्रोफेसर डॉ. कुलदीप सिंह ढींडसा ने कहा की जेसीडी विद्यापीठ के सभी विभागों में भी रिसर्च एवं अतिरिक्त गतिविधियों पर जोर दिया जाता है ताकि सभी विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास हो सके। उन्होंने कहा कि जेसीडी विद्यापीठ के सभी विभागों में रिसर्च और अतिरिक्त गतिविधियों पर विशेष जोर दिया जाता है। संस्थान का उद्देश्य विद्यार्थियों के अकादमिक ज्ञान के साथ-साथ व्यावहारिक कौशल को भी विकसित करना है। विभिन्न रिसर्च प्रोजेक्ट्स और प्रयोगशालाओं के माध्यम से विद्यार्थी अनुसंधान में सक्रिय भागीदारी करते हैं, जिससे उनकी वैज्ञानिक दृष्टिकोण और नवाचार की क्षमता बढ़ती है। इसके साथ ही, सांस्कृतिक, खेलकूद, और अन्य सह-पाठ्यक्रम गतिविधियों में भागीदारी के माध्यम से विद्यार्थियों में टीम वर्क, नेतृत्व, और संचार कौशल का विकास होता है। इस प्रकार, जेसीडी विद्यापीठ विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए एक समग्र और संतुलित शिक्षा प्रदान करता है।

डॉ. ढींडसा ने कहा कि विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में रिसर्च की अहम भूमिका है। शोध के माध्यम से विद्यार्थी समस्याओं का समाधान खोजने, नवाचार करने, और सृजनात्मक सोच विकसित करने में सक्षम होते हैं। रिसर्च उन्हें वैज्ञानिक दृष्टिकोण, तार्किक विश्लेषण, और आलोचनात्मक सोच के कौशल प्रदान करती है। यह जिज्ञासा को बढ़ावा देती है और उन्हें विभिन्न विषयों में गहराई से समझने में मदद करती है। इसके अलावा, रिसर्च प्रोजेक्ट्स और गतिविधियों में भाग लेने से टीम वर्क, नेतृत्व, और संवाद कौशल में भी सुधार होता है। इस प्रकार, रिसर्च विद्यार्थियों को न केवल अकादमिक बल्कि व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन में भी सफलता प्राप्त करने में मदद करती है।

डॉ. ढींडसा ने सराहना करते हुए कहा की प्राचार्या डॉ. अनुपमा सेतिया एडमिनिस्ट्रेशन के साथ-साथ टीचिंग एवं रिसर्च में भी अपना अहम योगदान देते रहते है। डॉ. सेतिया के नेतृत्व में फार्मेसी विभाग ने कई महत्वपूर्ण विषयों पर रिसर्च और पेटेंट किए है जिसके लिए प्राचार्या एवं उनकी टीम बधाई के पात्र हैं।

गौरतलब है कि फार्मेसी कॉलेज की प्राचार्या डॉ.अनुपमा सेतिया के नेतृत्व में एसोसिएट प्रोफेसर गौरव खुराना एवं कोमल ने गत वर्ष भी सैनिटाइजर मशीन, टी टेबलेट, हर्बल मॉस्किटो रेपेलेंट रिफिल, नेनोपार्टिकल जैसे महत्वपूर्ण विषय पर पेटेंट कर अपना एवं अपने संस्थान का नाम रोशन किया है।

इस अवसर पर फार्मेसी कॉलेज की प्राचार्या डॉ.अनुपमा सेतिया ने बताया कि जेसीडीएम फार्मेसी कॉलेज में रिसर्च के लिए कई आधुनिक उपकरण उपलब्ध है जैसे कि लयोफिलाइजर, डीएससी, पार्टिकल साइज एनालाइजर, ब्रुकफील्ड विस्कोमीटर, एचपीएलसी,एफटीआईआर, रोटरी टैबलेट मशीन आदि उपकरणों पर फार्मेसी का स्टाफ एवं विद्यार्थी नए-नए प्रोजेक्ट्स कर मेडिकल विज्ञान में अपना अहम योगदान देते रहते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

× How can I help you?