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Hawan Ceremony
  • By Davinder Sidhu
  • February 3, 2024
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Hawan Ceremony

हवन का आध्यात्मिक एवं वैज्ञानिक महत्व: डॉ. ढींडसा
जेसीडी फार्मेसी कॉलेज में विधिवत हवन से नए सत्र का शुभारंभ

सिरसा 03 फरवरी 2024: जेसीडी विद्यापीठ में स्थित जेसीडी मेमोरियल कॉलेज ऑफ फार्मेसी में नए सत्र का शुभारंभ हवन यज्ञ के साथ हुआ जिसमें जेसीडी विद्यापीठ के महानिदेशक एवं अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक प्रोफ्रेसर डॉ. कुलदीप सिंह ढींडसा ने बतौर मुख्यतिथि शिरकत करते हुए मुख्य यजमान की भूमिका अदा की। वहीं जेसीडी विद्यापीठ के कुलसचिव डॉ. सुधांशु गुप्ता विशिष्ट अतिथि एवं जेसीडी फार्मेसी कॉलेज की प्राचार्या डॉ. अनुपमा सेतिया द्वारा यजमान की भूमिका अदा की गई। इस मौके पर जेसीडी विद्यापीठ के अन्य महाविद्यालय के प्राचार्यगण डॉ. हरलीन कौर, डॉ. दिनेश कुमार, कॉलेज के सभी स्टाफ सदस्य और विद्यार्थियों ने भी हवन में आहुति डाली।

इस शुभ अवसर पर जेसीडी विद्यापीठ के महानिदेशक एवं अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक प्रोफेसर डॉ. कुलदीप सिंह ढींडसा ने फार्मेसी विभाग के प्राचार्या के साथ समस्त शिक्षक गण एवं विद्यार्थियों को नए सत्र की बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि विद्यार्थी अपना लक्ष्य निर्धारित करके उनको हासिल करने की कोशिश करें। उन्होंने हवन के महत्व को बताते हुए कहा

हवन का आध्यात्मिक के साथ साथ वैज्ञानिक महत्व भी होता है। इसकी वैज्ञानिकता जानने के लिए रिसर्च में पाया गया है कि आम की लकड़ी को जलाकर हवन करने से ‘फार्मिक एल्डिहाइड’ नामक गैस उत्पन्न होती है जिससे खतरनाक बैक्टीरिया तथा वायुमंडल में फैले जीवाणु और विषाणु खुद ही मर जाते हैं। हवन में इस्तेमाल की जाने वाली प्राकृतिक वस्तुओं और कपूर के कारण हवन से निकले धुंए से मन शांत होता और शरीर में मौजूद स्ट्रेस हारमोंस नष्ट होने लगते हैं और इम्युनिटी बूस्ट होती है।

डॉ. ढींडसा ने कहा हमारी संस्कृति में अग्नि को परम पवित्र माना जाता है। यज्ञ या हवन के माध्यम से देवताओं को हविष्य प्रदान किया जाता है जिससे प्रसन्न होकर देव मनोवांछित फल प्रदान करते हैं। इस प्रकार हवनकुंड में अग्नि को माध्यम बनाकर ईश्वर की उपासना करने की प्रक्रिया को यज्ञ कहते हैं। वेदों में उल्लिखित है कि देवताओं को भोजन, अग्नि में दी गई आहुतियों के माध्यम से मिलता है।

इस शुभ अवसर पर जेसीडी कॉलेज ऑफ़ फार्मेसी के प्राचार्या डॉ. अनुपमा सेतिया ने कहा कि यह हमारी परंपरा है की फार्मेसी के नए सत्र की शुरुआत हम हवन के साथ करते है। डॉ. सेतिया ने कहा की विज्ञान ने माना है हवन करने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है। उन्होंने इस शुभ हवन यज्ञ के आयोजन होने पर समस्त स्टाफ़ टीचिंग एवं नोन टीचिंग एवं विद्यार्थियों का धन्यवाद किया ओर भविष्य के लिए शुभकामनाएँ दी।

इस मौके पर सभी नए विद्यार्थियों व स्टाफ सदस्यों तथा अतिथियों के साथ हवन-यज्ञ में आहुति डालकर मंगलमय भविष्य एवं शैक्षिक प्रगति की कामना की।

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