Contact us - [email protected]
  • https://jcdpharmacy.edu.in/wp-content/themes/qeducato/inc/assets/images/phone-call.png
    Helpline: +91 98178-10105
Hawan Ceremony on the occasion of Pharmacy Week
  • By webmaster
  • November 19, 2020
  • No Comments

Hawan Ceremony on the occasion of Pharmacy Week

सिरसा 19 नवंबर , 2020 : जेसीडी कॉलेज ऑफ फार्मेसी में फार्मेसी वींक की शुरूआत बहुत ही अध्यात्मिक विधि से हुई जिसमें हवन यज्ञ का आयोजन किया गया । इस अवसर पर जेसीडी विद्यापीठ के प्रबंधक निर्देशक डॉ.शमीम शर्मा ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की ! प्राचार्या डॉ.अनुपमा सेतिया ने मुख्य अतिथि एवं सभी अतिथिगण का स्वागत किया ! इस प्रोग्राम में मुख्यअतिथि एवं सभी अतिथि गण के साथ- साथ अध्यापक व छात्र-छात्राओं ने भी आहुति डालकर नए शैक्षणिक सत्र की भी शुरूआत की। इस अवसर पर जेसीडी विद्यापीठ के प्रबंधक निर्देशक डॉ शमीम शर्मा ने शिक्षकों व छात्रों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि नए सत्र में विद्यार्थी एवं अध्यापक नए लक्ष्य निर्धारित करके उनके हासिल करने की कोशिश करें। बगैर लक्ष्य निर्धारित किए कि गई मेहनत का कोई फायदा नहीं होता है। किसी भी कार्य के पीछे समय बहुत ही महत्व रखता है और उस कार्य पर किए जाने वाले परिश्रम के कारण ही ईश्वर हमारी मदद करता है।

डॉ. शमीम शर्मा ने कहा कि सुख, शांति, आरोग्य एवं समृद्धि के लिए हम सब भगवान के नाम का स्मरण पूजा-पाठ इत्यादि करते हैं। अध्यात्मिक में सुख-सौभाग्य के लिए प्रतिदिन अथवा मुख्य अवसरों पर हवन करने को आवश्यक बताया गया है। जिस स्थान पर हवन किया जाता है, वहां उपस्थित लोगों पर तो उसका सकारात्मक असर पड़ता ही है साथ ही वातावरण में मौजूद रोगाणु और विषाणुओं के नष्ट होने से पर्यावरण भी शुद्ध होता है, शरीर स्वस्थ्य रहता है। क्योंकि हवन में काम में ली जाने वाली जड़ी बूटी युक्त हवन सामग्री, शुद्ध घी, पवित्र वृक्षों की लकड़ियां, कपूर आदि के जलने से उत्पन्न अग्नि और धुएं से वातावरण शुद्ध तो होता ही है,नकारात्मक शक्तियां भी दूर भागती हैं।

प्राचार्या डॉ.अनुपमा सेतिया ने बताया कि नेशनल फार्मेसी वीक हर वर्ष नवंबर के तीसरे सप्ताह में आयोजित किया जाता है। जो समाज को फार्मेसी प्रोफेशन और फार्मासिस्ट के योगदान का विभिन्न प्रकार की बीमारियों और नई दवाइयों के प्रभाव और दुष्प्रभाव की जानकारियां देता है। उन्होंने कहा कि फार्मासिस्ट को चाहिए कि वह चिकित्सा और अनुसंधान के क्षेत्र में नई-नई जानकारियां जुटाता रहे, जिससे कि वह मरीजों को अच्छी और सस्ती चिकित्सा मुहैया कराने में मददगार साबित हो सके।

इस मौके पर प्राचार्य डॉ.जयप्रकाश , डॉ.राजेंद्र, डॉ.डी.के.गुप्ता, डॉ.कुलदीप सिंह , विद्यापीठ के रजिस्ट्रार श्री सुधांशु गुप्ता सहित फार्मेसी कॉलेज के समस्त स्टाफ सदस्य एवं विद्यार्थी उपस्थित थे !

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *