Farewell Party – JCDM College of Pharmacy
जेसीडी फार्मेसी कॉलेज में विदाई समारोह का आयोजन।
फार्मासिस्ट डॉक्टर और मरीज के बीच की है एक महत्वपूर्ण कड़ी : डॉ. ढींडसा।
सिरसा 26 अगस्त , 2023: जननायक चौ. देवीलाल विद्यापीठ में स्थापित जननायक चौ. देवीलाल फार्मेसी कॉलेज, सिरसा में बी.फार्मेसी तृतीय वर्ष के विद्यार्थियों ने बी.फार्मेसी फ़ाइनल वर्ष के विद्यार्थियों के लिए एक विदाई समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में विद्यापीठ के महानिदेशक एवं अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक डॉ. कुलदीप सिंह ढींडसा एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता कॉलेज की प्राचार्या डॉक्टर अनुपमा सेतिया द्वारा की गई । कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यापीठ के महानिदेशक एवं अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक डॉ. कुलदीप सिंह ढींडसा, कुलसचिव डॉ.सुधाशु गुप्ता व प्राचार्या अनुपमा सेतिया, डॉ. जयप्रकाश, डॉ. शिखा गोयल, डॉ. हरलीन कौर एवं अन्य अतिथियों ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया गया। सर्वप्रथम कार्यक्रम के दौरान जेसीडी फार्मेसी कॉलेज की प्राचार्या डॉ. अनुपमा सेतिया की तरफ से सभी छात्रों का स्वागत किया गया और उन्हें शुभकामनाएं दी गई। डॉ. सेतिया ने सभी विद्यार्थियों को सलाह दी कि अवसरों को छोड़ना नहीं और चुनौतियों से घबराना नहीं ।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. कुलदीप सिंह ढींडसा ने अपने संबोधन में कहा कि फार्मेसी एक सदाबहार नोबेल प्रोफेशन है जिसमें फार्मासिस्ट रिसर्च में खतरनाक लाइलाज बीमारियाँ जैसे कैन्सर, ट्यूमर के खिलाफ नई-नई दवाइयों की खोज करके तथा दवा देने के साथ-साथ मानसिक मजबूती देकर मरीजों का हौसला बढ़ाता है और इस देश की प्रगति में अहम योगदान भी देता है। डॉक्टर ढींडसा ने कहा कि ताऊ देवीलाल का जीवन जन सेवा को सर्मिपत रहा। इसी लिए आप सभी विद्यार्थी भी अपने फार्मेसी के क्षेत्र में जन सेवा को प्राथमिकता दें।
डॉ. ढींडसा ने कहा जेसीडी विद्यापीठ अपने विद्यार्थियों के चहुंमुखी विकास के लिए निरंतर प्रयासरत रहता है और हमें ख़ुशी है कि आज हमारे विद्यार्थी अपने जीवन में आने वाली चुनौतियों के लिए पूर्णतया तैयार हैं। उन्होंने कहा फार्मेसी एक महान और पवित्र पेशा है जो मनुष्य की स्वास्थ्य देखभाल के लिए प्रतिबद्ध है। फार्मासिस्ट डॉक्टर और मरीज के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी है। उन पर गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा के उत्पादन और उपभोक्ताओं को उनकी बिक्री और वितरण सुनिश्चित करके समुदाय को उच्च स्तर की पेशेवर सेवाएं प्रदान करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। फार्मास्युटिकल एथिक्स में नैतिक सिद्धांतों की संहिता या नैतिकता का विज्ञान शामिल है जो मानव चरित्र से संबंधित है। आज का फार्मासिस्ट एक दवा-निर्माता, दवा-वितरक, दवा-संरक्षक, रोगी-परामर्शदाता, दवा-शोधकर्ता और दवा-शिक्षक और सबसे बढ़कर एक ईमानदार और देशभक्त नागरिक है। फार्मासिस्ट की तकनीकी-पेशेवर पृष्ठभूमि उसे मरीजों की संतुष्टि के लिए नैतिक दृष्टिकोण के साथ सेवाएं प्रदान करने का विश्वास दिलाती है। फार्मासिस्ट द्वारा पवित्र मूल्यों को संजोया जाना और उनका पालन करना आवश्यक है।
डॉक्टर ढींडसा ने कहा कि सफलता की कुंजी कुछ सूत्रों व सिद्धांतों पर आधारित होती है, जैसे सही समय पर सही निर्णय लेना, स्वास्थ्य के प्रति सजग रहना, स्वयं समीक्षा आदि। उन्होंने कहा अपनी समीक्षा स्वयं करने की आदत डालें क्योंकि वो आप ही हैं जो अपने आपको सबसे अधिक और सबसे बेहतर जानते हैं।इसलिए खुद अपने दर्शक बनिए और कमियों व अच्छाइयों की समीक्षा करें। व्यक्ति का यह गुण उसके व्यक्तित्व में निखार लाता है. इसका पालन करने वाले लोग ही सफलता के शिखर पर पहुंचते हैं और कामयाबी हासिल करते हैं।
इस अवसर पर फार्मेसी के विद्यार्थियों द्वारा मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए जिसमें भंगड़ा, हरियाणवी डांस, रैंप वॉक, सिंगिंग, एक्ट के द्वारा अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया गया।
निर्णायक मंडल द्वारा एम.फार्मेसी द्वितीय वर्ष से मिस्टर फेयरवेल जशन व मिस फेयरवेल डॉली को, बी.फार्मेसी फ़ाइनल वर्ष से मिस्टर फेयरवेल महकप्रीत व मिस फेयरवेल स्नेहा, मिस टैलेंट कनिशा व मिस्टर टैलेंट उदित एवं मिस्टर डैशिंग चिराग़ व मिस ईव हरमनप्रीत, साथ ही डी फार्मेसी से मिस्टर डिप्लोमा अमन, मिस्टर टैलेंट अंकित व मिस्टर पर्सनैलिटी उज्ज्वल को घोषित किया गया। अंत में सभी विजेता छात्र-छात्राओं को मुख्य अतिथि एवं प्राचार्या द्वारा सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर सभी महाविद्यालयों के प्राचार्यगण, महाविद्यालय के प्राध्यापक एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।