Valedictory of Pharmacy Week
जेसीडीएम कॉलेज ऑफ फार्मेसी में फार्मेसी सप्ताह का विधिवत समापन।
भारत बन रहा है दुनिया का फार्मेसी हब: डॉ. शमीम शर्मा
सिरसा, 28 नवंबर 2022 जेसीडी विद्यापीठ में स्थापित जेसीडी कॉलेज ऑफ फार्मेसी में 61 वां राष्ट्रीय फार्मेसी वीक जिसकी थीम फार्मेसी ओफ दी वर्ल्ड इंडिया रखी गई। फार्मेसी सप्ताह का समापन डॉ.शमीम शर्मा की अध्यक्षता में वैलेडिक्टरी प्रोग्राम का आयोजन करके किया गया जिसमें मुख्यतिथि सीन्यर ड्रग कंट्रोल ऑफ़िसर हिसार श्री रमन श्योराण, वशिष्ट अतिथि ड्रग कंट्रोल ऑफ़िसर सिरसा श्री रजनीश धालीवाल शामिल हुए।
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इस कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलित कर की गई।फार्मेसी कॉलेज के प्राचार्या एवं इस प्रोग्राम की संयोजक डॉ. अनुपमा सेतिया ने आए हुए सभी अतिथिगण का स्वागत किया और बताया फ़ार्मसी सप्ताह को मनाने का उद्देश्य दुनिया भर के सभी फार्मेसिस्ट को धन्यवाद देना एवं लोगों के बीच उनके कार्यों को उजागर करना और बताना कि वह हमारे जीवन को स्वस्थ रखने के लिए एवं अनेक बीमारी को दूर करने के लिए उनका कितना महत्व है। यह फार्मेसिस्ट लोगों के कार्यों को हाईलाइट करने के लिए आयोजित की जाती है।
मुख्यतिथि श्री रमन श्योराण ने कहा की फार्मेसी एक कुलीन पेशा है।एक व्यक्ति जो अलग अलग तरह की दवाओं के बारे में जानता है और साथ ही उसकी संरचना के बारे में भी जानता है वही एक फार्मासिस्ट है।उन्होंने
नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ हरियाणा में चलाई जा रही योजना में ‘प्रयास’ और ‘साथी’ नाम से दो ऐप पर प्रकाश डाला कि प्रदेश को नशामुक्त बनाने के लिए उक्त कार्ययोजना के तहत विद्यालयों, महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों में धाकड़ कार्यक्रम प्रारंभ किया गया है।
फार्मासिस्ट वह व्यक्ति होता है जो न सिर्फ इसे बनाता है बल्कि इसके साथ-साथ दवा को आपके लिए उपलब्ध भी कराता है। फार्मासिस्ट एक पहुंच प्रदान करते हैं जो स्वास्थ्य देखभाल पेशेवरों के बीच दुर्लभ है। फार्मासिस्ट के पास स्वास्थ्य ज्ञान है जिस पर निर्माण करना है और अक्सर सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए समुदाय में विशिष्ट रूप से बैठाया जाता है, कुछ मामलों में प्रति दिन 24 घंटे।
इस मौके पर जेसीडी विद्यापीठ की प्रबंध निदेशक डॉ. शमीम शर्मा ने अपने संबोधन में कहा भारत अब औषधियों के उत्पादन के क्षेत्र में विश्व में प्रमुख भूमिका निभा रहा है। और इस क्षेत्र में विश्व का लीडर बनने की राह पर चल पड़ा है। पिछले 8 वर्षों के दौरान भारत के ड्रग्स एवं फार्मा उत्पाद के निर्यात में 103 प्रतिशत की आकर्षक वृद्धदर अर्जित की गई है।
डॉ. शमीम ने कहा पढ़ाई उतनी ही जरुरी है जिस प्रकार हमारे शरीर को सुडौल बनाने के लिए हमें भोजन की आवश्यकता होती है पढ़ना एक ऐसी आदत है जो हमें एक बेहतर इंसान बना सकती है।
इस कार्यक्रम में फार्मेसी के विद्यार्थियों द्वारा फ़ार्मा एक्स्पो लगाया गया जिसमें छात्रों ने विभिन्न प्रकार के प्राजेक्ट्स बनाए जो की आकर्षण का केंद्र रहे। थीम पर आधारित रंगोली बनाई गई और गाना एवं नृत्य भी प्रस्तुत किया गया।
अंत में सभी प्रतियोगिताओं के विजेताओं एवं एकेडमी टॉपर्स को समस्त अतिथि गण द्वारा मेडल एवं प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया गया जिसमें ब. फ़ार्मसी 7th समेस्टर क्रिकेट, वॉलीबॉल और ओवरॉल ट्रोफ़ी की विजेता रही। जबकि बी.फ़ार्मसी 2nd समेस्टर फ़ार्मा एक्स्पो की विजेता रही।
इस प्रोग्राम में प्राचार्य डॉ. जयप्रकाश, डॉ. शिखा गोयल, मिस हरलीन कौर, रजिस्ट्रार डॉ. सुधांशु गुप्ता, फार्मेसी कॉलेज के सभी शिक्षक एवं गैरशिक्षक एवं विद्यार्थी मौजूद थे।